जहां 15 लाख से ज्‍यादा ‘अनट्रेंड’ टीचर वहां कैसे पढ़ेगा इंडिया

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नई दिल्ली: मोदी सरकार ने कुछ समय पहले अनट्रेंड टीचर्स के लिए एक नोटिफिकेशन जारी करके कहा था कि साल 2019 तक देशभर के अनट्रेंड टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स करें। ये कोर्स नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) की तरफ से तैयार किया गया। NIOS का डिजाइन किया गया कोर्स डिप्‍लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (D.El.Ed) है। जिसके तहत टीचर्स को अपनी प्रतिभाओं को निखारने का हुनर सीखाया जाएगा।

आपको बता दें इस कोर्स को करने के लिए करीब 15 लाख ‘अनट्रेंड’ टीचर्स ने इस कोर्स के लिए आवेदन किया है। इन टीचर्स में 10 लाख प्राइवेट स्‍कूलों में पढ़ा रहे हैं। खास बात ये है कि ये सभी जिस कोर्स के तहत आवेदन कर रहे हैं, वो कोर्स अनट्रेंड टीचर्स के लिए है। अनुमान अब आप यहां से ही लगा लीजिए कि देश का भविष्य किन टीचर्स की हाथ में जिसकी संख्या मामूली नहीं है 15 लाख है। कैसे पढ़ेगा इंडिया? क्यों इन मुद्दों पर बहस नहीं होती।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कोर्स के लिए सबसे अधिक आवेदन बिहार से मिले हैं। यहां से 2.8 लाख अभ्‍यर्थियों ने आवेदन किया है। इसके बाद नंबर आता है उत्‍तर प्रदेश का, जहां से 1.95 लाख टीचर्स ने रजिस्‍ट्रेशन कराया है। तीसरे नंबर पर मध्‍य प्रदेश है। यहां से 1.91 लाख टीचर्स कोर्स करने के लिए आवेदन कर चुके हैं। वहीं इस कोर्स को लेकर कोर्स को लॉन्‍च करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर बोले, ‘NIOS ने इस कोर्स को डेवलेप किया है। इसके माध्‍यम से टीचर्स को ट्रेनिंग दिए जाने का लक्ष्‍य है।’

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NIOS ने बताया है कि उन्‍हें अब तक 14.97 लाख एप्लिकेशन मिल चुकी हैं। जिनमें से 12 लाख अनट्रेंड टीचर्स हैं, 9.25 लाख प्राइवेट स्‍कूलों में हैं जबकि 3.53 लाख सरकारी स्‍कूलों में पढ़ा रहे हैं। बता दें कि इस कोर्स में टीचर्स को ‘स्‍वयं’ के माध्‍यम से कोर्स कराया जाएगा।
ये ऑनलाइन एजुकेशन माध्‍यम है, जिसमें डिश टीवी के माध्‍यम से पढ़ाया जाएगा। एक मोबाइल एप्लिकेशन भी डेवलेप किया गया है, जिससे टीचर्स की हर दुविधा का हल निकाला जा सकेगा। अब माना जा रहा है कि देश में इससे अधिक अनट्रेंड टीचर्स होंगे। क्‍योंकि ये आंकड़ा तो केवल रजिस्‍टर्ड अनट्रेंड टीचर्स का है। उनके बारे में अभी जानकारी आना शेष है, जो आवेदन नहीं कर सके हैं।

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