विश्वास डूबता रहा, दोस्त सेल्फी लेने में लगे रहे

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बेंगलुरू: सेल्फी लेने के चक्कर में ना जानें लोग कितनी लापरवाही कर जाते इसका अंदाजा उन्हें अपनों को खोने के बाद लगता है। अब ऐसा ही मामला बेंगलुरू का है। जहां स्टूडेंट्स का एक ग्रुप सेल्फी लेने में इतना मशगूल हो गया कि उन्हें अपना पानी में डूबता दोस्त भी नजर नहीं आया।

जयानगर के नेशनल कॉलेज का छात्र विश्वास जी रविवार को एनसीसी के अपने साथी कैडेट्स के साथ पिकनिक मनाने बेंगलुरू से करीब 40 किलोमीटर दूर रवागोंडलू बेट्टा गया था। जहां तालाब में डूबने से उसकी मौत हो गई। वहीं विश्वास के माता-पिता और परिजनों ने कॉलेज के एनसीसी यूनिट के इंचार्ज प्रोफेसर गिरीश और शारथ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कॉलेज के सामने विश्वास का शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया।

हालांकि बाद में कॉलेज मैनेजमेंट के कहने पर प्रदर्शन रोक दिया गया। मैनेजमेंट ने विश्वास के माता-पिता को आश्वासन दिया है कि अगर मामले में प्रोफेसरों की भूमिका की पुष्टि होती है, तो वो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। एक छात्र ने बताया कि स्विमिंग के बाद हम सब गुंडनजनेया मंदिर की ओर निकल गए। लेकिन हमने ये चीज नोटिस नहीं की कि विश्वास हमारे साथ मौजूद नहीं है। एक छात्र अपनी सेल्फी की तस्वीरें देख रहा था, तब एक तस्वीर में उसने देखा कि विशाल डूब रहा है। इसके बाद उसने तुरंत इस बारे में एनसीसी यूनिट चीफ प्रोफेसर गिरीश व अन्य दोस्तों को बताया। जब तक वो मौके पर पहुंचे करीब एक घंटा बीत चुका था और विश्वास कहीं नजर नहीं आ रहा था।

पुलिस का कहना है कि प्रोफेसर गिरीश मौके पर मौजूद थे। लेकिन कॉलेज अथॉरिटी ने दावा किया है कि स्टूडेंट्स के साथ कोई भी फैकल्टी मेंबर नहीं गया था। विशाल के डूबने की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और विश्वास के शव को बाहर निकाला गया। रामनगर जिले के एसपी रमेश भनौत ने इस बात की पुष्टि की है कि स्टूडेंट्स मौके पर प्रोफेसर गिरीश के साथ आए थे। और ये हादसा तब हुआ जब स्टूडेंट्स सेल्फी ले रहे थे।

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