रोहिंग्या कैंपों में हिंदु महिलाओं से जबरदस्ती, मिटाया सिंदूर पढ़ाई नमाज

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नई दिल्ली: म्यांमार से लगातार पलायन कर रहे रोहिंग्या मुसलमान पिछले अगस्त महीने से सुर्खियों में बने हुए हैं। खुद को असहाय बताने वाले रोहिंग्या एकबार फिर अपनी बर्बरता पर उतक आए हैं। आजतक की रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश में शरणार्थी कैंपों में रह रहे रोहिंग्या मुसलमान अब रोहिंग्या हिंदू महिलाओं को अपना निशाना बना रहे हैं और उनका जबरन धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। इन राहत कैंपों में रोहिंग्या मुसलमान हिंदुओं को दिन में पांच बार नमाज पढ़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं। ये ही नहीं हिन्दू महिलाओं के माथे से सिंदूर मिटा रहे हैं और चूड़ियां तोड़ रहे हैं।

म्यांमार से बांग्लादेश पहुंची पूजा बताती है कि उनका नाम असल में नाम पूजा है जो पिछले दिनों यहां कैंप में रबिया बन चुकी है। यानी की उनका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया है। रोहिंग्या हिंदू महिला पूजा के मुताबिक, पिछले दिनों म्यांमार में जो हिंसा हुई उसमें उनके पति और पूरे परिवार को गोलियों से भून दिया गया।

पूजा बताती है कि उनके परिवार को रोहिंग्या द्वारा भड़की हिंसा ने बल्कि किसी नकाबपोश व्यक्ति ने की। उन्होंने आगे कहा, यहां आने का फैसला इसलिए लिया ताकी हमारे हालातों में थोड़ा सुधार हो लेकिन यहां कैंप में हिंदु महिलाओं का धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है।

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राबिया ने बताया कैंप से थोड़ी दूरी पर जंगल में लोगों को धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। जो इसे नहीं अपनाना चाहते उनको मारने की धमकी दी जा रही है। हिंदु से उनकी पहचान छीनी जा रही हैं। यहां हालात बहुत खराब है। महिलाओं को जबरदस्ती बुर्का पहनाया जा रहा है।

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गौरतलब है कि इस हिंसा में अबतक 45 हिंदुओं की मौत हो चुकी है। हालांकि म्यांमार की सेना ने कहा कि रखाइन में रोहिंग्या मुसलमानों ने 45 हिंदुओं की हत्या कर की है जिनकी सामूहिक कब्र मिली है। 25 अगस्त को भड़की हिंसा में करीब 100 से ज्यादा हिंदू लापता हो गए थे। माना जा रहा है कि ये इन्हीं हिंदुओं की कब्र हैं। इसके अलावा इस हिंसा में 30 हजार हिंदू और बौद्ध बेघर हुए हैं। म्यांमार की सेना ने रोहिंग्या आतंकियों पर इस क्रूर अपराध का आरोप लगाया है।

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