इस साल अभी तक सोने और चांदी ने निवेशकों को शेयरों से बेहतर रिटर्न दिया है। साल के दौरान सोने और चांदी की कीमतों में जहां 28 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है, वहीं शेयरों में 8 प्रतिशत से कम की बढ़ोतरी हुई है। चालू वर्ष में 10 अक्तूबर तक सोने की कीमतों में जहां 19.77 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं चांदी के दाम 28.37 प्रतिशत तक बढ़े हैं। वहीं दूसरी ओर इस दौरान बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में मात्र 7.52 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
8 सितंबर, 2016 को सेंसेक्स अपने 52 सप्ताह के उच्च स्तर 29,077.28 अंक पर पहुंचा था। हालांकि, सेंसेक्स अपने 4 मार्च, 2015 को हासिल सर्वकालिक उच्चस्तर 30,024.74 अंक से 6.46 प्रतिशत या 1,942.4 अंक नीचे आ चुका है।
वहीं सोना 31 दिसंबर, 2015 को 25,390 रुपए प्रति दस ग्राम पर था, जो अब 30,410 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच चुका है। चांदी इस दौरान 33,000 रुपए प्रति किलोग्राम से 42,750 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच चुकी है। इससे पहले साल के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव तथा चीन की अर्थव्यवस्था की सेहत को लेकर चिंता से बाजार की धारणा प्रभावित हुई थी।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में कमजोरी के रुख के दौरान सोने में निवेश अन्य निवेश श्रेणियों से बेहतर रिटर्न देता है। पिछले 15 में से 12 साल में सोने ने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है। वर्ष 2014 में शेयर बाजारों ने लगातार तीसरे साल निवेशकों को सोने और चांदी से बेहतर रिटर्न दिया था।