गोरखपुर हादसा: बड़े से देश में छोटे-छोटे हादसे होते रहते हैं- अमित शाह

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नई दिल्ली: गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत पर पहली बार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का बयान आया है। अमित शाह ने कहा कि गोरखपुर हादसा एक प्रकार की गलती थी, जिसकी जांच चल रही है। जब तक इसकी जांच पूरी नहीं हो जाती है, हमें किसी को दोषी नहीं ठहराना चाहिए। अमित शाह ने कहा कि सरकार की मंशा सिर्फ गरीबों की मदद करने की है।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस के आरोप पर कहा कि उनका काम बस इस्तीफा मांगना है। अमित शाह ने कहा ”इतने बड़े देश में बहुत सारे हादसे हुए और ये कोई पहली बार नहीं हुआ, कांग्रेस के कार्यकाल में भी हुए।” वहीं उन्होंने कहा कि योगी जी ने तय समय में जांच के आदेश दिए हैं। वहां जो भी हुआ है वह एक गलती है।

इस हादसे पर पीएम मोदी के ट्वीट ना करने पर अमित शाह ने कहा कि जहां तक ट्वीट का सवाल है अभी इस पर जांच चल रही है, पीएम ने दुख व्यक्त किया है। ट्वीट सिर्फ एक माध्यम नहीं है। उन्होंने कहा कि देखिए बच्चे मरे हैं इसका दुख है लेकिन कृष्ण जन्माष्टमी अपनी जगह है और 15 अगस्त भी मनाया जाएगा। ये कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है।

पीएम की ओर से भी सिर्फ एक ट्वीट

बता दें कि गोरखपुर घटना पर पीएमओ की ओर से ट्वीट किया गया था। जिसमें कहा गया था कि पीएम इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं। लेकिन इतने बड़े मुद्दे पर मोदी के पर्सनल अकाउंट से कोई ट्वीट नहीं किया गया था।

कोर्ट नहीं करेगा दखल

गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेने से मना कर दिया है। सोमवार को कोर्ट ने कहा है कि इस मुद्दे पर कोई भी याचिकाकर्ता हाई कोर्ट जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि इस घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री खुद नजर बनाए हुए हैं।

मंत्री के घर पड़े अंडे-टमाटर

घटना के बाद उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों और छात्र नेताओं ने मंत्री के घर पर अंडे-टमाटर की बौछार कर दी। विरोध प्रदर्शन करने वालों में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल थे। बता दें कि घटना के बाद सिद्धार्थ नाथ सिंह का बयान आया था, कि इन मौतों का कारण सिर्फ ऑक्सीजन की कमी नहीं है।

बता दें कि शुक्रवार को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कमी से 30 से भी ज़्यादा बच्चों की मौत हुई थी। इतना ही नहीं कॉलेज द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 दिनों में अलग-अलग कारणों से अब तक 60 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

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