कल्पवृक्ष का विवाह संपन

0
237

संवाददाता भीलवाड़ा। रायला रायला कस्बे में धार्मिक महत्व के कल्पवृक्ष के जोड़े का रायला ग्राम वासियों ने हिंदू धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार पण्डित ओम प्रकाश व्यास के द्वारा कल्पवृक्ष के जोड़े का विवाह संपन्न कराया गया। कल्प वृक्ष के जोड़े विवाह के उपलक्ष में रायला ग्राम के बड़े चारभुजा मंदिर से भगवान चारभुजा नाथ की शोभा यात्रा बैंड बाजों के साथ निकाली गई जिसमें कई महिलाओं एवं बच्चों ने भाग लेकर जुलूस की शोभा को बढाया।
धर्म प्रेमी एवं समाजसेवी रतन लाल सोमानी ने बताया कि पूर्व सरपंच बिमला देवी सोमानी के कार्यकाल में कल्प वृक्ष के जोड़े को 8 वर्ष पुर्व धर्म तलाव की पाल पर परमानंद आश्रम के सामने लगाया गया था। मान्यता के अनुसार यहां दर्शनार्थ व पूजा के लिए आने वाले लोग मनोकामना के लिए कल्पवृक्ष की किसी भी टहनी पर एक धांगा बांध देते हैं । मन्नत पूरी होने के बाद कल्पवृक्ष की विधि विधान से पूजा अर्चना कर यह धागा खोलना होता है। कल्पवृक्ष की पूजा अर्चना भी करती है तथा इस वृक्ष में भगवान शिव का वास माना जाता है।कल्पवृक्ष का वानस्पतिक नाम ओलिया कुसपीडाटा है। यह ओलिसी कुल का पौधा है। इस वृक्ष के एक स्पेसिज ओलिया यूरोपिया के फलों के बीजों से तेल निकाला जाता है। जो हृदय रोगियों के लिए लाभकारी होता है।कल्पवृक्ष के विवाह में पंडित ने वैदिक विधि विधान से मंत्र उपचार कर विवाह संपन्न कराया। 15 जोड़ी शामिल होकर कन्यादान का रस्म पुरी की । तथा कल्पवृक्ष को रुपैया गहना वस्त्र आदि भेंट कर मनोकामना पूरी करने की मन्नत मांगी। कार्यकर्ता भंवर लाल छिपा ओमप्रकाश सोमानी सत्यनारायण नगवाडिया रतन सोमानी अनिल कुमार कोगटा ओम नुवाल, अशोक कुमार ग्गगड ,अशोक कुमार सोडाणी, शिवकुमार सोडाणी ,सोहन तेली, प्रमोद कुमार शर्मा, महावीर वैष्णव आदि उपस्थित हुए थे।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।