‘मन की बात’ में पीएम ने दिया छात्रों को सदेंश-प्रेशर लेकर नहीं बल्कि प्लेजर से पढ़ें

चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के एपिसोड को प्रसारित करने की मंजूरी इस शर्त पर दी है कि इसमें ऐसा कुछ नहीं कहा जाएगा जिससे उन पांच राज्यों के वोटर प्रभावित हों जहां आने वाले कुछ दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं।

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नई दिल्ली:  पीएम मोदी ने साल की पहली ‘मन की बात’ की। मोदी ने इस दौरान 26 जनवरी को उल्लास से मनाने की बात की। वहीं पीएम ने कहा अगर अधिकारों की चिंता करते हैं तो कर्तव्य का भी ध्यान रखना चाहिए।” बोर्ड एग्जाम्स की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स से उन्होंने कहा, प्रेशर लेकर नहीं बल्कि प्लेजर से पढ़े।

बता दें कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के एपिसोड को प्रसारित करने की मंजूरी इस शर्त पर दी है कि इसमें ऐसा कुछ नहीं कहा जाएगा जिससे उन पांच राज्यों के वोटर प्रभावित हों जहां आने वाले कुछ दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर वहां आदर्श आचार संहिता लागू है। इन राज्यों में चार फरवरी और आठ मार्च के बीच विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।

कलाम-सचिन से सीखें कि हार ना मानना
  • मोदी ने कहा, “कभी-कभी लगता है कि हम प्रॉपर एग्जाम की कसौटियों को समझ नहीं पाते हैं। हमारे सामने कलाम जी का एक उदाहरण है। वे एयरफोर्स के एग्जाम में फेल हो गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। क्या वे मजबूती नहीं दिखाते तो क्या हमें इतना महान राष्ट्रपति मिल पाता?”
  • “ऋचा नाम की लड़की ने पूछा है- आजकल परीक्षाएं मार्क्स केंद्रित हो गई हैं। इस पर आपका क्या विचार है?”
  • “अंकों के बोझ हमें सही दिशा में जाने से रोकता है। बारीकियों से जीवन में देखो कि अंक के चक्कर में कोई भी सीमित हो जाता है, लेकिन जब आप इससे हटकर सोचोगे तो आप के विषय से अलग भी कई चीजें सीख पाएंगे।”
  • “ज्यादातर सफल खिलाड़ियों ने अनुस्पर्धा का रास्ता अपनाया है। सचिन तेंडुलकर ने बीस साल तक अपने ही रिकॉर्ड तोड़े। आप खुद को ही कसौटी पर कसो। प्रतिस्पर्धा से मनोबल गिरता है। लेकिन जब खुद को हराते हैं जो आत्मचिंतन का मौका मिलता है।”

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एग्जाम के लिए बच्चों को मोदी ने दिया मंत्र

  • पीएम ने कहा बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पूरे घर-मोहल्ले में डर और तनाव का माहौल होता है। परीक्षा को त्योहार की तरह मनाइए। इससे प्लेजर लीजिए, प्रेशर नहीं।
  • पीएम ने कहा कि मैं बच्चों के माता-पिता से कहता हूं कि परीक्षा के दिनों को उत्सव की तरह मनाएं।
  • पीएम ने कहा कि ‘स्माइल मोर, स्कोर मोर’, जब आप खुश होते हैं तो ज्यादा रिलेक्स होते हैं।
  • पीएम ने कहा कि परीक्षा को जीवन-मरण का सवाल मत बनाइए। परीक्षा आपकी सफलता का पैमाना नहीं है।
  • पीएम ने छात्रों को पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से प्रेरणा लेने की सलाह दी।
  • पीएम ने कहा आज के इस दौर में शिक्षा के सामने जो सबसे बड़ी चुनौती देख पाता हूं, वो यह कि शिक्षा परीक्षा केन्द्रित हो कर रह गई है।
  • पीएम ने कहा कि परीक्षा और अंक का आपके जीवन में सीमित महत्व है। इसे सब कुछ ना समझें।
  • पीएम ने कहाअंकों पर फोकस करेंगे तो कुछ ही चीजों को पढ़ोगे और ज्ञान पर फोकस करोगे तो ज्यादा जानकारी जुटाओगे।
  • पीएम ने कहा कि प्रतिस्पर्धा मत कीजिए, अनुस्पर्धा (खुद से कॉम्पिटिशन) करें।
  • पीएम ने कहा कि सफल खिलाड़ी अनुस्पर्धा करते हैं. पीएम ने इसके लिए सचिन तेंदुलकर का उदाहरण दिया।
  • प्रतिस्पर्धा पराजय, हताशा, निराशा और ईर्ष्या को जन्म देती है, लेकिन प्रतिस्पर्धा आत्मंथन, आत्मचिंतन का कारण बनती है।
  • पीएम ने कहा कि मैं अभिभावकों से इतना ही कहना चाहूंगा कि तीन बातों पर हम बल दें-  स्वीकारना, सिखाना और समय देना।
  • पीएम ने कहा कि कई बार अभिभावकों की अपेक्षाएं बच्चों पर ज्यादा भारी हो जाती हैं. ये अपेक्षाएं बैग से भी भारी होती हैं।
  • पीएम ने कहा कि नकल न करें। नकल करना आपको विफलता के रास्ते पर घसीट ले जाएगा।
  • कुछ लोग नकल करने में क्रिएटिविटी दिखाते हैं।
  • अभिभावक परीक्षा के समय के बच्चों को हंसी-खुशी का माहौल दें।
  • परीक्षा के दिनों में आराम भी जरूरी. अपने पर विश्वास रखें।
  • सर्वांगीण विकास करना है, तो किताबों के बाहर भी एक जिंदगी होती है और वो बहुत बड़ी विशाल होती है।
  • गहरी सांस लेने से भी मन और मस्तिष्क हल्का होता है।

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‘कोस्टगार्ड के 40 साल पूरे हुए’
  • फरवरी को कोस्टगार्ड के 40 साल पूरे हो जाएंगे। वे राष्ट्र के सजग प्रहरी हैं। पुरुषों के साथ महिला अफसर भी कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं। मैं उन्हें बहुत बधाई देता हूं।
  • इसी दिन वसंत पंचमी भी है। कई लोग मां सरस्वती की पूजा करते है। कुछ लोगों के लिए देशभक्ति की प्रेरणा का सोर्स भी है। मेरा रंग दे वसंती चोला। देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।