कर्नाटक चुनाव 2018: इन 8 बड़े चुनावी मुद्दों पर लड़ी जाएगी जंग

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बेंगलुरू: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोटिंग को महज 20 दिन बचे हैं। इससे पहले विभिन्न न्यूज चैनल और एजेंसियां ओपिनियन पोल जारी कर रहे हैं। अब तक 5 बड़े पोल आए हैं। इनमें से 4 में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है। सभी ने राज्य में त्रिशंकु सरकार का दावा किया है।

भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्टर दिखाई दे रही है। हालांकि भाजपा को पिछले चुनाव से सीटों का फायदा होता दिख रहा है। वहीं, कांग्रेस की सीटें कम हुई हैं। जेडीएस किंगमेकर की भूमिका में नजर आ रही है। सिर्फ सी-फोर वोटर ने अपने ओपिनियन पोल ने कांग्रेस को 126 सीटें दी हैं। पांचों ओपिनियन पोल का औसत देखें तो भाजपा को 87, कांग्रेस को 100 और जेडीएस को 40 सीटें मिलती नजर आ रही हैं।

इन मुद्दों पर होगी जंग-
चुनावी तारीख बस नजदीक है, ऐसे में राजनीति उन मुद्दों को लेकर शुरू हो गई है। जिससे पूरा राज्य प्रभावित है। चलिए आइए आपको बताते हैं इसके बारें में-

किसान 56% लोग खेती पर निर्भर
2013 से 2017 तक राज्य में करीब 3515 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। राज्य की 56% खेती पर निर्भर है। 16 साल में 13 बार सूखे की स्थिति का सामना किया।

हिंदुत्व मक्का मस्जिद ब्लास्ट पर फैसला-
राज्य में केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े हिंदुत्व के बड़े चेहरे हैं। मक्का-मस्जिद ब्लास्ट में कोर्ट का फैसला भाजपा के लिए ट्रप कार्ड बन सकता है। पार्टी कांग्रेस को घेर रही है।

लिंगायत- अल्पसंख्यक धर्म का दर्जा
राज्य में 18 से 20% लिंगायत वोटर हैं। वे 100 सीटों पर असर डालते हैं। सिद्धारमैया ने चुनाव से पहले लिंगायत को अल्पसंख्यक धर्म का दर्जा देने का बिल पास कर प्रस्ताव केंद्र को भेजा है।

हत्याएं- पत्रकार गौरी लंकेश और कुलबर्गी-
पत्रकार गौरी लंकेश और एमएम कलबुर्गी के हत्यारों को पकड़ने में नाकाम सिद्धारमैया सरकार के प्रति लोगों में नाराजगी है। भाजपा का कहना है कि उसके कार्यकर्ता भी राज्य में मारे गए हैं।

कन्नड़ पहचान- अलग झंड़े को मान्यता
सीएम सिद्धारमैया राज्य में हमेशा से हिंदी के विरोध और कन्नड़ को प्राथमिकता देने में मुखर रहे हैं। उनकी सरकार कर्नाटक के लिए अलग ध्वज के बिल को भी पास कर चुकी है।

जल बंटवारा- किसान 900 दिन से धरने पर
कावेरी जल विवाद के बाद किसान अब महादयी नदी का जल गोवा के साथ बांटने के फैसले का विरोध कर रहे हैं। उतरी कर्नाटक में किसान 900 दिनों के धरने पर बैठे हैं।

दलित मंत्री का बयान, संविधान बदलना चाहिए-
राज्य में करीब 19% दलित वोटर हैं। कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने बयान दिया था कि संविधान को समय-समय पर बदलना चाहिए। इससे दलितों में नाराजगी है।

भ्रष्टाचार- कर्नाटक सबसे भ्रष्ट राज्य
भाजपा ने 3 रेड्डी बंधुओ में से 2 को टिकट दिया है। कांग्रेस ने भी भ्रष्टाचार में फंसे कईंयों को टिकट दिया है। 20 राज्यों में सर्वे में रिश्वत लेने में कर्नाटक को सबसे आगे बताया गया था।

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